रविवार, 18 दिसंबर 2016

गांवों में अगर किसी की तबियत ज्यादा खराब हो जाए तो जान बचानी मुश्किल हो जाती है इलाज के लिए शहर जाना पड़ता है धक्के… https://t.co/6rB4X8z1LL

Embed code not available


from Twitter https://twitter.com/SHAKTIANAND1

December 18, 2016 at 06:21PM
via IFTTT

शहर फैलते जा रहे हैं और आस पास मौजूद खेती योग्य जमीन को निगल रहे हैं. नतीजा कृषि योग्य भूमि घट रही है छोटे किसान मज… https://t.co/Tri6bRxZeK

Embed code not available


from Twitter https://twitter.com/SHAKTIANAND1

December 18, 2016 at 06:19PM
via IFTTT

स्वच्छ भारत के नारे के इतर शहरों की एक कड़वी सच्चाई कूड़ा भी है. एक तिहाई आबादी को जगह देने वाले शहर दो-तिहाई कूड़ा… https://t.co/fHRKZMhNQa

Embed code not available


from Twitter https://twitter.com/SHAKTIANAND1

December 18, 2016 at 06:15PM
via IFTTT

प्रति व्यक्ति बिजली की खपत देखी जाए तो गांव काफी पीछे हैं लेकिन इसके बावजूद बिजली कटौती की ज्यादा मार ग्रामीण इला… https://t.co/nLws8QugPd

Embed code not available


from Twitter https://twitter.com/SHAKTIANAND1

December 18, 2016 at 06:13PM
via IFTTT

भारत की करीब 36 फीसदी शहरों में बाकी 64 फीसदी लोग गांवों में रहते हैं. इसके बावजूद ज्यादातर गांवों में आज भी पेयजल… https://t.co/EYoW7ZBO8k

Embed code not available


from Twitter https://twitter.com/SHAKTIANAND1

December 18, 2016 at 06:11PM
via IFTTT

कोई बुरा ना माने,

मैं सिर्फ एक बात कहना चाहता हूं कोई भी मंदिर अगर बनता है तो उसके इतिहास से आप उसे गलत या सही कह सकते हैं कि क्यों बन रहा है लेकिन एक चीज हम ...