सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

शर्म भी नहीं आती और कहते हैं की सब्सिडी छोड़ दो लेकिन अपने लिए संविधान प्रदत्त किसी भी सरकारी सेवा का लाभ छोड़ने से इनकार करते हैं।

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February 27, 2017 at 11:53PM
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कहने को तो कुछ नहीं है pm के पास लेकिन न जाने कहां से नए कपड़े रोज पहन लेते हैं और कहते हैं कि मैं फकीर हूं

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February 27, 2017 at 11:52PM
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सुना था कि नए pm की सोच दूरदर्शी है लेकिन हमें क्या पता था कि यह सोच गधों से ली गई प्रेरणा है नहीं तो जनता गधों के भरोसे देश न छोड़ती।

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February 27, 2017 at 11:51PM
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जीने के लिए तो कुछ कर नहीं पा रहा है इसलिए शायद श्मशान और कब्रिस्तान के ऊपर बहस कर वोट बटोर रहे हैं लोग क्या दिन आ गए हैं।

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February 27, 2017 at 11:49PM
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सुना है डिजिटल इंडिया के संस्थापक आजकल गधों के ऊपर रिसर्च कर रहे हैं। हो सकता है उसमें भी कोई विकास की तकनीक छुपी हो शायद भाई खोज रहे हैं।

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February 27, 2017 at 11:48PM
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बीजेपी के कार्यकर्ताओं के पास जब नए प्लान की कमी हो जाती है तो राष्ट्रप्रेम और देशप्रेम के पुराने गीतों को बजाने लगते हैं।

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February 27, 2017 at 11:47PM
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मैं कह नहीं रहा हूं लेकिन कुछ कहने की इच्छा है लोग सुनना नहीं चाहते तो मैं क्या करूं

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February 27, 2017 at 11:30PM
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कोई बुरा ना माने,

मैं सिर्फ एक बात कहना चाहता हूं कोई भी मंदिर अगर बनता है तो उसके इतिहास से आप उसे गलत या सही कह सकते हैं कि क्यों बन रहा है लेकिन एक चीज हम ...