जहां एक तरफ आज जब सारी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के संकट से जूझ रही है‚ वहीं हमारे देश के नापाक पड़ोसी देशों को शरारत करने की सूझ रही है‚ जो बहुत ही शर्मनाक और निंदनीय है। हमारे देश के साथ लगती सीमाओं पर समय–समय पर चीन अपनी हरकतों से साबित कर देता है कि इसके दिल में चोर है और यह हमारे देश के साथ दोस्ती कि आड़ में दुश्मनी भी खूब निभाता है। हमारा देश चीन को आÌथक रूप से कमजोर करने के लिए अपने यहां चीनी बाजार का वर्चस्व कम करे और कोरोना के कारण इसकी बिगड़ी छवि का फायदा उठाते हुए वहां स्थापित कंपनियों को का न्यौता दे तो इसकी अक्ल ठिकाने आ जाएगी‚ सांप भी मर जाएगा और लाठी भी नहीं टूटेगी।
बुधवार, 27 मई 2020
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